बुधवार, 20 नवंबर 2019

चमत्कारी पौधा - एलोवेरा

एलोवेरा आज लगभग सभी के जुबान पर सुने जाने वाला सबसे गुणकारी पौधो में से एक है। यह एक छोटा तना होता है जो 30 से 36 इंच तक बढ़ने वाला गुददार पौधा होता है, जो शाखाओ और अंकुरित जड़ों द्वारा फैलता है।काफी लंबे समय से एलोवेरा का उपयोग मानव के द्वारा किया जाता रहा है तथा इसे घरो के गमलो मे लगाया जाने वाला पसंदीदा पौधा है। अक्सर "विषहरण पौधा", "चमत्कारी पौधा" या "कुदरती रोगहर" के रूप मे जाना जाने वाला कई आश्चर्यों वाला पौधा है। एलोवेरा विभिन्न नामों से जाना जाता है जैसे ग्वारपाठा, मुसब्बर, धृतकुमारी, कुमारी, पाठा इत्यादि नामों से जाना जाता है। यह गर्म एवं सूखे मौसमों में बढ़ता है। कई लोगों को इसकी मांसल कांटेदार पत्तियों के कारण यह कैक्टस जैसा लगता है मगर यह लीली परिवार का सदस्य है।
चमत्कारी पौधा - एलोवेरा 
यदि इतिहास की बात करें तो एलोवेरा को 35 सौ से भी ज्यादा सालों से "हिलिंग एलोवेरा" पौधो के बारे मे कई सालो से पीढ़ी दर पीढ़ी बताई जा रही है। यह इतिहास का शायद यही एकमात्र औषधीय पौधा है जिसके बारे में सबसे ज्यादा चर्चा की गई है, लेकिन जिसे सबसे कम समझा गया है। इतिहास में यह विभिन्न घटनाओं में जाना जाता है जैसे बाइबिल में क्राइस्ट को क्रास से उतारना और उनके शरीर को एलो और मायर में लपेटना, महान एलेग्जेंडर ने सकोट्रा के टापू पर एलोवेरा के लिए कब्जा करना तथा अपनी सुंदरता को बेहतर बनाए रखने के लिए रानी क्योंपेट्रा के द्वारा उपयोग करना इत्यादि।

एलोवेरा की 400 से भी ज्यादा प्रजातियां है लेकिन इसमें एलो बरबेंडेसिस मिलर की प्रजाति ही मनुष्य के लिए सबसे ज्यादा लाभकारी है। यह प्रजाति की पौधे की लंबाई 30 से 36 इंच तक होती है और परिपक्व पती आधार पर 2.5 से 3 इंच तक चौड़ी होती है। और उसका वजन 1.5 से 2 किलो होता है। यह पौधा लगभग 3-4 सालो में परिपक्व होता है तो इससे पीले रंग का फूल निकलता है।

एलोवेरा की पत्तियों की संरचना की बात करें तो निम्न 3 परतो में होती है:-
1) छाल - सबसे बाहरी रक्षात्मक परत जो इसके गूदे के लिए सुरक्षात्मक कवच का कार्य करता है।

2) रस - कड़वे तरल की परत जो पौधे की पशुओं से रक्षा करने में मदद करती हैं तथा पटियो पतियो के जख्म को तुरंत भरने का कार्य करता है ।हलाकि ये मनुष्य के लिए लाभकारी नहीं होता है।

3) श्लेष्मक जेल - पती का अंदरूनी हिस्सा, जो गुदा के रूप मे होता है और इसे ही कतलिया बनाकर एलोवेरा जेल बनाया जाता है।

एलो बरबडेंसिस मिलर प्रजाति के एलोवेरा के परिपक्व पते में 200 यौगिक, 75 पोषक तत्व, 12 विटामिन, 18 अमीनो एसिड तथा 20 मिनरल्स पाए जाते हैं जो मानव शरीर के लिए बाहरी तथा आंतरिक उपयोग में बेहतर लाभकारी होता है।

एलोवेरा की बाहरी उपयोग
एलोवेरा त्वचा का इलाज करने के लिए सबसे गुणकारी पौधे के रूप मे जाना जाता है। इस बात की गवाही बहुत से लोग देंगे कि एलोवेरा बड़ी तेजी से उनकी त्वचा में प्रवेश करता है और उनकी त्वचा को सोचें गए किसी भी अन्य माध्यम के अपेक्षा ज्यादा जल्दी ठीक करता है। चुकि एलोवेरा में मौजूद लीगनिन और सेपोनिन त्वचा के सबसे निचली लेयर हयपोडर्मिस तक पहुंचकर कार्य करता है। एलोवेरा विभिन्न तरीके से एलोवेरा स्किन केयर के उत्पादन में प्रयोग किया जाता है। यह हो सकता है एलोवेरा लोशन, एलोवेरा क्रीम और एलोवेरा जेल लोग कटी, छिली और जली हुई त्वचा ठीक करने के लिए एलोवेरा स्किन केयर उत्पाद उपयोग करते हैं। गर्भवती महिलाएं स्ट्रेच मार्क्स हटाने के लिए एलोवेरा लोशन और एलोवेरा जेल का उपयोग करते हैं और झुर्रियों को कम करने के लिए एलोवेरा का उपयोग बाहरी तौर पर किया जाता है।

एलोवेरा के आंतरिक उपयोग

एलोवेरा को सिर्फ एलोवेरा स्किन केयर उत्पादों के रूप में उपयोग नहीं किया जाता है बल्कि एलोवेरा को आंतरिक रुप में भी उपयोग किया जाता है। बहुत से लोग कई चीजों में मदद के लिए एलोवेरा जेल लेते हैं। एलोवेरा जेल कब्ज को दूर करने के लिए सबसे आमतौर पर उपयोग किया जाता है। कई लोग दर्द या अल्सर और अर्थराइटिस से आराम पाने के लिए भी एलोवेरा जेल उपयोग करते हैं। आंतरिक रूप से लेने पर एलोवेरा के सारे लाभ वैज्ञानिक रूप से साबित नहीं हुए हैं लेकिन इनके लिए लोग गवाही देते हैं विशेष रुप से यह शरीर के आंतरिक रूप से सफाई करने के लिए उपयोग होता है। हलाकि एलोवेरा एक - एक कोशिकाओं को सफाई मरम्मत तथा पोषण देने में सक्षम होता है, जिसके कारण संपूर्ण शरीर के लिए लाभदायक होता है।
निष्कर्ष
उपरोक्त बातों से यह निष्कर्ष निकलता है कि एलोवेरा सदियों से उपयोग किए जाने वाला सबसे गुणकारी पौधा है जो मानव शरीर के लिए संपूर्ण रूप से लाभकारी है जो शरीर के सभी भागों को स्वास्थ्य, सुंदर एवं मजबूत बनाए रखने में सहायता करता है। हालांकि एक बात और निकल कर आ रही है कि यदि हम गमले में पौधे लगाते हैं तो बिना प्रजाति जाने हुए आंतरिक रूप से उपयोग नहीं किया जाना चाहिए ।

सबसे बेहतर एलोवेरा के बारे मे जाने

शनिवार, 16 नवंबर 2019

निक वुजिकिक की सफलता की प्रेरक कहानी

जब कभी हमारी जिंदगी में समस्या या मुश्किलें आती है, तो हम में से ज्यादातर लोग सोचते हैं कि ऐसा मेरे साथ ही क्यों हो रहा है| यही सोच धीरे-धीरे हमारे अंदर घोर निराशा पैदा करके हमारी जिंदगी को एक बोझ बना सकती है। ऐसे में जरूरत है कि हम खुद पर भरोसा रखें और अपनी ताकत के साथ उनका मुकाबला करें और ऐसा तब तक करते रहे जब तक हम उन पर विजय हासिल ना कर ले। आप सोचेंगे कि यह असंभव है, लेकिन विश्वास मानिए “जिंदगी में कुछ भी असंभव नहीं है” । अगर विश्वास ना हो तो यह निक वुजिकिक की प्रेरक कहानी पढ़िए:- 


4 दिसंबर 1982 को ऑस्ट्रेलिया में एक बच्चे का जन्म हुआ जिसका नाम निक वुजिकिक था। निक वुजिकिक अन्य बच्चों की तरह स्वस्थ थे, लेकिन उनमें एक कमी थी – उनको Phocomelia नाम के एक दुर्लभ विकार के साथ पैदा हुए थे, जिसके कारण उनके दोनों हाथ और पैर नहीं थे। डॉक्टर हैरान थे कि निक वुजिकिक के हाथ-पैर क्यों नहीं है? निक वुजिकिक के माता-पिता को यह चिंता सताने लगी थी कि निक वुजिकिक का जीवन कैसा होगा? बचपन के शुरुआती दिन बहुत मुश्किल थे। निक वुजिकिक के जीवन में कई तरह की मुश्किलें आने लगी। उन्हें न केवल अपने स्कूल में कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ा बल्कि उनकी विकलांगता और अकेलेपन से निराशा के अंधकार में डूब चुके थे।

Motivational Story: Nic Vujicic


वह हमेशा यही सोचते थे और ईश्वर से हमेशा प्रार्थना करते थे कि काश उनको हाथ-पाव मिल जाए| वे अपनी विकलांगता से इतने निराश थे कि 10 वर्ष के उम्र में उन्होंने आत्महत्या करने की कोशिश की। लेकिन फिर उनकी मां के द्वारा दिए गए एक लेख को पढ़कर उनका जीवन के प्रति नजरिया पूरी तरह से परिवर्तित हो गया| यह लेख एक समाचार पत्र में प्रकाशित हुआ था, जो एक विकलांग व्यक्ति की अपनी विकलांगता से जंग और उस पर विजय की कहानी थी| उस दिन उन्हें समझ में आ गया कि वे अकेले व्यक्ति नहीं है जो संघर्ष कर रहे हैं।

तू कयामत तक धरने पर बैठ ऐ किस्मत,
हम कोशिश करने से कभी इस्तीफा नहीं देंगे।

निक वुजिकिक धीरे-धीरे यह समझ चुके थे कि वह चाहे तो अपनी जिंदगी को सामान्य तरीके से जी सकते हैं| निक वुजिकिक धीरे-धीरे पैर की जगह पर निकली हुई अंगुलियों और कुछ उपकरणों की मदद से लिखना और कंप्यूटर पर टाइप करना सीख लिया। 17 वर्ष की उम्र में अपने प्रार्थना समूह में व्याख्यान देना शुरू कर दिया| 21 वर्ष की उम्र में निक वुजिकिक ने एकाउंटिंग और फाइनेंस में ग्रेजुएशन कर लिया और एक प्रेरक वक्ता के रूप में अपना करियर शुरू किया।

आंतरिक सोच की शक्ति - Power of Internal Thought
आसान रास्ते की तलास - The easier way may actually be the tougher

उन्होंने एटीट्यूड इज एटीट्यूड (“Attitude is Attitude”) नाम से अपनी कंपनी बनाई और धीरे-धीरे निक वुजिकिक को दुनिया में एक ऐसे प्रेरक वक्ता के रूप में पहचाना जाने लगा जिनका खुद का जीवन अपने आप में एक चमत्कार है। उन्होंने प्रेरणा और सकारात्मकता का संदेश देने के लिए लाइफ विदाउट लिम्बस (“Life Without Limbs”) नाम से गैर-लाभकारी संगठन भी बनाया है। 33 वर्षीय निक वुजिकिक आज ना सिर्फ एक सफल प्रेरक वक्ता है बल्कि वह सब करते हैं जो एक सामान्य व्यक्ति करता है. जन्म से ही हाथ पैर ना होने के बावजूद वे गोल्फ वह फुटबॉल खेलते हैं, तैरते हैं, स्काईडाइविंग और सर्फिंग भी करते हैं।

यह अपने आप में एक उल्लेखनीय उपलब्धि है, लेकिन इससे भी ज्यादा प्रभावित करने वाली बात है, उनकी जीवन के प्रति खुशी और शांति की सम्मोहक भावना। आज वे दुनिया को जिंदगी जीने का तरीका सिखा रहे हैं। जहां हम छोटी-छोटी बातों से परेशान और हताश हो जाते हैं वहीं निक वुजिकिक जैसे लोग हर पल यह साबित करते रहते हैं कि असंभव कुछ भी नहीं - प्रयास करने पर सब कुछ आसान हो जाता है।

ये जो लक्ष्य है न तुम्हारा,
इसके लिए संघर्ष करना पड़ेगा।
हारते तो सभी हैं, पर होंसला रख के
प्रयास बार-बार करना पड़ेगा।

जिंदगी द्वारा दी गई हर चीज को खुले मन से स्वीकार करनी चाहिए, चाहे वे मुश्किलें ही क्यों ना हो| मुश्किलें ही वो सीढियाँ है जिन पर चढ़कर ही हमें जिंदगी में कामयाबी और ख़ुशी मिलेगी| जो हमारे पास है उसके लिए ईश्वर धन्यवाद दे और आगे बढे|

गुरुवार, 7 नवंबर 2019

पिंपल्स से छुटकारा पाने के प्राकृतिक और प्रभावी तरीके

मुँहासे और पिंपल्स एक सामान्य त्वचा रोग है जो अनुमानित 85% लोगों को उनके जीवन के किसी बिंदु पर प्रभावित करता है। लक्षणों में pesky pimples शामिल हैं, जो निराशाजनक और छुटकारा पाने में मुश्किल हो सकता है। जबकि पारंपरिक उपचार पिंपल्स से छुटकारा पाने में प्रभावी हो सकते हैं, वे अक्सर प्रतिकूल प्रभाव से जुड़े होते हैं, जैसे कि त्वचा की जलन और सूखापन। इस वजह से, बहुत सारे लोग प्राकृतिक विकल्पों की ओर मुड़ गए हैं। वहाँ बहुत सारे प्राकृतिक मुँहासे उपचार हैं, लेकिन केवल कुछ मुट्ठी भर वैज्ञानिक मदद करने के लिए सिद्ध हैं।

एलोवेरा की अद्भुत नमी 
एलोवेरा एक गर्म प्रदेश में पाया जाने वाला पौधा है जिसमें पत्ते होते हैं जो एक स्पष्ट जेल का उत्पादन करते हैं। इसके जेल को त्वचा द्वारा अन्दुरुनी रूप में शीघ्र ही सोख लेता है |

त्वचा पर लागू होने पर, एलोवेरा जेल को बैक्टीरिया से लड़ने, सूजन को कम करने और घाव भरने को बढ़ावा देने में मदद करने में बहुत उपयोगी है। इस वजह से, यह सोरायसिस, चकत्ते, कटौती और जलन सहित त्वचा की स्थिति की एक लोकप्रिय चिकित्सा है।

विशेष रूप से पिंपल्स से लड़ने के लिए एलोवेरा की क्षमता पर सीमित अध्ययन हैं, लेकिन मौजूदा शोध आशाजनक है। एलोवेरा में ल्यूपॉल, सैलिसिलिक एसिड, यूरिया नाइट्रोजन, दालचीनी एसिड, फेनॉल्स और सल्फर होते हैं, जो सभी बैक्टीरिया को रोकते हैं जो pimples का कारण बन सकते हैं।

Forever Living Skin Care Products Benefits in Hindi

एक अध्ययन में, एलोवेरा जेल की अलग-अलग सांद्रता लौंग-तुलसी तेल लोशन में जोड़ा गया और मुँहासे-रोधी गुणों के लिए मूल्यांकन किया गया। लोशन में एलोवेरा की सांद्रता जितनी अधिक होगी, पिंपल्स को कम करने में यह उतना ही प्रभावी होगा।

एक अन्य अध्ययन में पाया गया कि tretinoin क्रीम के साथ 50% एलोवेरा जेल का उपयोग करना अकेले tretinoin क्रीम की तुलना में pimples को साफ़ करने में अधिक प्रभावी था। Tretinoin क्रीम एक मुँहासे दवा है जो विटामिन ए से ली जाती है।

हालांकि, एक संभावना है कि एलोवेरा जेल अपने दम पर pimples को साफ करने में मदद कर सकता है, अन्य उपचार या दवाओं के साथ संयुक्त होने पर यह अधिक प्रभावी हो सकता है।

एलो एवोकैडो फेस और बॉडी सोप 

फॉरएवर के शुद्ध आंतरिक पत्ती एलोवेरा जेल को वनस्पति और मलाईदार एवोकैडो के अनूठे मिश्रण के साथ जोड़ा गया है, जो त्वचा को नरम और कोमल महसूस करने में सहयोग करते है। एलो एवोकैडो फेस और बॉडी सोप आपके पूरे शरीर और चेहरे के लिए काफी कोमल होता है और ताज़े बने सिट्रस की खुशबू के पीछे छोड़ जाता है। एवोकैडो की समृद्धता भी शुष्क त्वचा को लाभकारी विटामिन जैसे ए, सी और ई के लिए चिकनी  महसूस करने में मदद करती है। अधिक जाने ...

फॉरएवर मरीन मास्क
चाहे वह पर्यावरणीय तनाव हो, एक लंबा दिन हो, या जिस मौसम में आपके चेहरे का रंग हल्का और शुष्क महसूस होता हो, फॉरएवर मरीन मास्क बनावट को संतुलित करते हुए त्वचा को गहराई से साफ़ और फिर से ताजगी भर सकता है। एलोवेरा, शहद, ककड़ी के अर्क और प्राकृतिक समुद्री खनिजों के मॉइस्चराइजिंग और कंडीशनिंग गुणों के साथ, यह गहरा मर्मज्ञ मुखौटा त्वचा को ताज़ा और पुनर्जीवित महसूस करता है। अधिक जाने ...

फॉरएवर प्रोपोलिस क्रीम

एलो प्रोपोलिस क्रीम स्टैबलाइज्ड एलो वेरा जेल और बी प्रोपोलिस का एक समृद्ध मिश्रण है जिसमें प्राकृतिक एंटीबायोटिक होता है, जिसमें कैमोमाइल, प्रकृति की सबसे अच्छी त्वचा देखभाल जड़ी बूटियों में से एक है, को भी मिश्रण में मिलाया जाता है। विटामिन ए और ई अपने प्राकृतिक त्वचा कंडीशनिंग गुणों के लिए पहचाने जाने वाले सूत्र को पूरा करते हैं। एलो प्रोपोलिस क्रीम एक उत्कृष्ट त्वचा मॉइस्चराइज़र, कंडीशनर है जो स्थिर एलोवेरा जेल, मधुमक्खी प्रोपोलिस और कैमोमाइल का एक समृद्ध मिश्रण है, यह एक मजबूत नैट्रल एंटी बायोटिक बॉडी क्रीम है और यह अस्वस्थ त्वचा की स्थिति, एक्जिमा, दाने मुँहासे इत्यादि के खिलाफ मदद करता है। मधुमक्खी प्रोपोलिस एक प्राकृतिक और शक्तिशाली एंटी बायोटिक है और बैक्टीरिया के संक्रमण के खिलाफ एक उत्कृष्ट सहायता है, जिसके परिणामस्वरूप त्वचा पर मुँहासे और दाने निकलते हैं। अधिक जाने...

फॉरएवर एलो वेरा जेली 

आवश्यक रूप से एलोवेरा के आंतरिक पत्ते के समान, हमारे 100% स्थिर एलोवेरा जेल संवेदनशील ऊतक को सुरक्षित रूप से चिकनाई करता है। इस सामयिक मोटी जेल soothes और जलन शांत करता है। अधिक जाने...

कैसे इस्तेमाल करे: 
आपकी विरोधी मुँहासे त्वचा देखभाल दिनचर्या के बेहतर परिणामों के लिए, दैनिक त्वचा देखभाल दिनचर्या अपनाएं।

सुबह - अपने चेहरे को एलो एवोकैडो फेस और बॉडी सोप से धोएं और धोने के बाद अच्छी तरह से सुखा लें। फिर, प्रभावित क्षेत्रों पर एलो प्रोपोलिस क्रीम लगाएं और त्वचा के माध्यम से अवशोषित होने के लिए कुछ मिनट छोड़ दें।

दोपहर - मुँहासे के गंभीर मामलों के लिए केवल संकेत दिया - अपनी सुबह की विरोधी मुँहासे त्वचा देखभाल दिनचर्या को दोहराएं।

शाम - एलोवेरा जेली का उपयोग रात के मास्क के रूप में करें। पहले अपने चेहरे को एलो एवोकैडो फेस और बॉडी सोप से धो लें और फिर एलो वेरा जेल को प्रभावित क्षेत्रों पर लगाएँ और सो जाएँ।

सप्ताह में एक बार या दो बार - अपने चेहरे को अच्छी तरह से साफ करने के बाद, फॉरएवर मरीन मास्क उदारतापूर्वक पूरे चेहरे पर एक ऊपर और बाहर की ओर गति में फैलाएं, आंखों से बचाए। 15-20 मिनट के लिए सूखने के लिए छोड़ दें, फिर गर्म पानी और एक नरम कपड़े से हटा दें। सर्वोत्तम परिणामों के लिए फॉरएवर मरीन मास्क को सप्ताह में दो या तीन बार उपयोग करें।