एलोवेरा आज लगभग सभी के जुबान पर सुने जाने वाला सबसे गुणकारी पौधो में से एक है। यह एक छोटा तना होता है जो 30 से 36 इंच तक बढ़ने वाला गुददार पौधा होता है, जो शाखाओ और अंकुरित जड़ों द्वारा फैलता है।काफी लंबे समय से एलोवेरा का उपयोग मानव के द्वारा किया जाता रहा है तथा इसे घरो के गमलो मे लगाया जाने वाला पसंदीदा पौधा है। अक्सर "विषहरण पौधा", "चमत्कारी पौधा" या "कुदरती रोगहर" के रूप मे जाना जाने वाला कई आश्चर्यों वाला पौधा है। एलोवेरा विभिन्न नामों से जाना जाता है जैसे ग्वारपाठा, मुसब्बर, धृतकुमारी, कुमारी, पाठा इत्यादि नामों से जाना जाता है। यह गर्म एवं सूखे मौसमों में बढ़ता है। कई लोगों को इसकी मांसल कांटेदार पत्तियों के कारण यह कैक्टस जैसा लगता है मगर यह लीली परिवार का सदस्य है।
सबसे बेहतर एलोवेरा के बारे मे जाने
चमत्कारी पौधा - एलोवेरा |
यदि इतिहास की बात करें तो एलोवेरा को 35 सौ से भी ज्यादा सालों से "हिलिंग एलोवेरा" पौधो के बारे मे कई सालो से पीढ़ी दर पीढ़ी बताई जा रही है। यह इतिहास का शायद यही एकमात्र औषधीय पौधा है जिसके बारे में सबसे ज्यादा चर्चा की गई है, लेकिन जिसे सबसे कम समझा गया है। इतिहास में यह विभिन्न घटनाओं में जाना जाता है जैसे बाइबिल में क्राइस्ट को क्रास से उतारना और उनके शरीर को एलो और मायर में लपेटना, महान एलेग्जेंडर ने सकोट्रा के टापू पर एलोवेरा के लिए कब्जा करना तथा अपनी सुंदरता को बेहतर बनाए रखने के लिए रानी क्योंपेट्रा के द्वारा उपयोग करना इत्यादि।
एलोवेरा की 400 से भी ज्यादा प्रजातियां है लेकिन इसमें एलो बरबेंडेसिस मिलर की प्रजाति ही मनुष्य के लिए सबसे ज्यादा लाभकारी है। यह प्रजाति की पौधे की लंबाई 30 से 36 इंच तक होती है और परिपक्व पती आधार पर 2.5 से 3 इंच तक चौड़ी होती है। और उसका वजन 1.5 से 2 किलो होता है। यह पौधा लगभग 3-4 सालो में परिपक्व होता है तो इससे पीले रंग का फूल निकलता है।
एलोवेरा की पत्तियों की संरचना की बात करें तो निम्न 3 परतो में होती है:-
एलोवेरा की 400 से भी ज्यादा प्रजातियां है लेकिन इसमें एलो बरबेंडेसिस मिलर की प्रजाति ही मनुष्य के लिए सबसे ज्यादा लाभकारी है। यह प्रजाति की पौधे की लंबाई 30 से 36 इंच तक होती है और परिपक्व पती आधार पर 2.5 से 3 इंच तक चौड़ी होती है। और उसका वजन 1.5 से 2 किलो होता है। यह पौधा लगभग 3-4 सालो में परिपक्व होता है तो इससे पीले रंग का फूल निकलता है।
एलोवेरा की पत्तियों की संरचना की बात करें तो निम्न 3 परतो में होती है:-
1) छाल - सबसे बाहरी रक्षात्मक परत जो इसके गूदे के लिए सुरक्षात्मक कवच का कार्य करता है।
2) रस - कड़वे तरल की परत जो पौधे की पशुओं से रक्षा करने में मदद करती हैं तथा पटियो पतियो के जख्म को तुरंत भरने का कार्य करता है ।हलाकि ये मनुष्य के लिए लाभकारी नहीं होता है।
3) श्लेष्मक जेल - पती का अंदरूनी हिस्सा, जो गुदा के रूप मे होता है और इसे ही कतलिया बनाकर एलोवेरा जेल बनाया जाता है।
एलो बरबडेंसिस मिलर प्रजाति के एलोवेरा के परिपक्व पते में 200 यौगिक, 75 पोषक तत्व, 12 विटामिन, 18 अमीनो एसिड तथा 20 मिनरल्स पाए जाते हैं जो मानव शरीर के लिए बाहरी तथा आंतरिक उपयोग में बेहतर लाभकारी होता है।
एलोवेरा की बाहरी उपयोग
एलोवेरा त्वचा का इलाज करने के लिए सबसे गुणकारी पौधे के रूप मे जाना जाता है। इस बात की गवाही बहुत से लोग देंगे कि एलोवेरा बड़ी तेजी से उनकी त्वचा में प्रवेश करता है और उनकी त्वचा को सोचें गए किसी भी अन्य माध्यम के अपेक्षा ज्यादा जल्दी ठीक करता है। चुकि एलोवेरा में मौजूद लीगनिन और सेपोनिन त्वचा के सबसे निचली लेयर हयपोडर्मिस तक पहुंचकर कार्य करता है। एलोवेरा विभिन्न तरीके से एलोवेरा स्किन केयर के उत्पादन में प्रयोग किया जाता है। यह हो सकता है एलोवेरा लोशन, एलोवेरा क्रीम और एलोवेरा जेल लोग कटी, छिली और जली हुई त्वचा ठीक करने के लिए एलोवेरा स्किन केयर उत्पाद उपयोग करते हैं। गर्भवती महिलाएं स्ट्रेच मार्क्स हटाने के लिए एलोवेरा लोशन और एलोवेरा जेल का उपयोग करते हैं और झुर्रियों को कम करने के लिए एलोवेरा का उपयोग बाहरी तौर पर किया जाता है।
एलोवेरा के आंतरिक उपयोग
एलोवेरा को सिर्फ एलोवेरा स्किन केयर उत्पादों के रूप में उपयोग नहीं किया जाता है बल्कि एलोवेरा को आंतरिक रुप में भी उपयोग किया जाता है। बहुत से लोग कई चीजों में मदद के लिए एलोवेरा जेल लेते हैं। एलोवेरा जेल कब्ज को दूर करने के लिए सबसे आमतौर पर उपयोग किया जाता है। कई लोग दर्द या अल्सर और अर्थराइटिस से आराम पाने के लिए भी एलोवेरा जेल उपयोग करते हैं। आंतरिक रूप से लेने पर एलोवेरा के सारे लाभ वैज्ञानिक रूप से साबित नहीं हुए हैं लेकिन इनके लिए लोग गवाही देते हैं विशेष रुप से यह शरीर के आंतरिक रूप से सफाई करने के लिए उपयोग होता है। हलाकि एलोवेरा एक - एक कोशिकाओं को सफाई मरम्मत तथा पोषण देने में सक्षम होता है, जिसके कारण संपूर्ण शरीर के लिए लाभदायक होता है।
निष्कर्ष
उपरोक्त बातों से यह निष्कर्ष निकलता है कि एलोवेरा सदियों से उपयोग किए जाने वाला सबसे गुणकारी पौधा है जो मानव शरीर के लिए संपूर्ण रूप से लाभकारी है जो शरीर के सभी भागों को स्वास्थ्य, सुंदर एवं मजबूत बनाए रखने में सहायता करता है। हालांकि एक बात और निकल कर आ रही है कि यदि हम गमले में पौधे लगाते हैं तो बिना प्रजाति जाने हुए आंतरिक रूप से उपयोग नहीं किया जाना चाहिए ।2) रस - कड़वे तरल की परत जो पौधे की पशुओं से रक्षा करने में मदद करती हैं तथा पटियो पतियो के जख्म को तुरंत भरने का कार्य करता है ।हलाकि ये मनुष्य के लिए लाभकारी नहीं होता है।
3) श्लेष्मक जेल - पती का अंदरूनी हिस्सा, जो गुदा के रूप मे होता है और इसे ही कतलिया बनाकर एलोवेरा जेल बनाया जाता है।
एलो बरबडेंसिस मिलर प्रजाति के एलोवेरा के परिपक्व पते में 200 यौगिक, 75 पोषक तत्व, 12 विटामिन, 18 अमीनो एसिड तथा 20 मिनरल्स पाए जाते हैं जो मानव शरीर के लिए बाहरी तथा आंतरिक उपयोग में बेहतर लाभकारी होता है।
एलोवेरा की बाहरी उपयोग
एलोवेरा त्वचा का इलाज करने के लिए सबसे गुणकारी पौधे के रूप मे जाना जाता है। इस बात की गवाही बहुत से लोग देंगे कि एलोवेरा बड़ी तेजी से उनकी त्वचा में प्रवेश करता है और उनकी त्वचा को सोचें गए किसी भी अन्य माध्यम के अपेक्षा ज्यादा जल्दी ठीक करता है। चुकि एलोवेरा में मौजूद लीगनिन और सेपोनिन त्वचा के सबसे निचली लेयर हयपोडर्मिस तक पहुंचकर कार्य करता है। एलोवेरा विभिन्न तरीके से एलोवेरा स्किन केयर के उत्पादन में प्रयोग किया जाता है। यह हो सकता है एलोवेरा लोशन, एलोवेरा क्रीम और एलोवेरा जेल लोग कटी, छिली और जली हुई त्वचा ठीक करने के लिए एलोवेरा स्किन केयर उत्पाद उपयोग करते हैं। गर्भवती महिलाएं स्ट्रेच मार्क्स हटाने के लिए एलोवेरा लोशन और एलोवेरा जेल का उपयोग करते हैं और झुर्रियों को कम करने के लिए एलोवेरा का उपयोग बाहरी तौर पर किया जाता है।
एलोवेरा के आंतरिक उपयोग
एलोवेरा को सिर्फ एलोवेरा स्किन केयर उत्पादों के रूप में उपयोग नहीं किया जाता है बल्कि एलोवेरा को आंतरिक रुप में भी उपयोग किया जाता है। बहुत से लोग कई चीजों में मदद के लिए एलोवेरा जेल लेते हैं। एलोवेरा जेल कब्ज को दूर करने के लिए सबसे आमतौर पर उपयोग किया जाता है। कई लोग दर्द या अल्सर और अर्थराइटिस से आराम पाने के लिए भी एलोवेरा जेल उपयोग करते हैं। आंतरिक रूप से लेने पर एलोवेरा के सारे लाभ वैज्ञानिक रूप से साबित नहीं हुए हैं लेकिन इनके लिए लोग गवाही देते हैं विशेष रुप से यह शरीर के आंतरिक रूप से सफाई करने के लिए उपयोग होता है। हलाकि एलोवेरा एक - एक कोशिकाओं को सफाई मरम्मत तथा पोषण देने में सक्षम होता है, जिसके कारण संपूर्ण शरीर के लिए लाभदायक होता है।
निष्कर्ष
सबसे बेहतर एलोवेरा के बारे मे जाने