दिल्ली में एक 12 वर्ष का लड़का था । उसका सपना था कि वह क्रिकेटर बनेगा । उसने अपने माता पिता से जाकर के बोला कि देखना एक दिन मैं दिल्ली का नंबर वन ओपनिंग बल्लेबाज बनूंगा क्योंकि यह उसे ओपनिंग बल्लेबाजी करना बहुत पसंद था।
उस लड़के ने अपने गार्जीयन को बताया । गार्जियन ने उस पे बहुत भरोसा कर उसके लिए कोचिंग लगवा दी तो वो क्रिकेट के ग्राउंड में जाने लगा। उसने कोच साहब से मिलने लगा कोच को बोलने लगा देखना सर एक दिन मैं दिल्ली का बहुत बड़ा ओपनिंग क्रिक्केटर बनूँगा ।
हमारे यहाँ का बहुत बडा क्रिकेट क्लब है। दिल्ली क्रिकेट क्लब से ओपनिंग बलेबाजी करेगा तो कोच ने देखा कि उसका जो स्टूडेंट खेलने के लिए आया है। सिखने के लिए आया है। उसके आँखों में चमक है। खेलने का जूनून है। उसका सपना है। तो कोच ने भी पूरी ईमानदारी और लगन के साथ उसको क्रिकेट सिखाया और उसको तैयार किया। वो 12 वर्ष का लड़का कब 20 वर्ष का हो गया पता ही नहीं चला और इन 8 सालो में इसने कमाल की क्रिकेट खेली कमाल की गेम्स खेलें । एक ऐसा दिन आने वाला था कि दिल्ली क्रिकेट क्लब वाले उसे अपने टीम में शामिल करने वाले थे ।
लेकिन उस दिन के आने से पहले ही एक दिन शाम में वह अपने मित्रो के साथ बाइक पर घूम रहा था। तभी उसकी बाइक का एक्सीडेंट हो गया। इतना भयानक हादसा हुआ की लड़का हॉस्पिटल पहुंच गया और फिर डॉक्टर ने इसके माता पिता को बताया की आपके बच्चे के कमर के निचे के हिसे का हड्डी टूट चूका है। और आपका बच्चा अब कभी भी चल फिर नहीं पाएगा। क्रिकेट खेलना तो बहुत दूर की बात है। क्रिकेट खेलना अब इसका सपना हो गया। इस बच्चे के माता पिता के आखों में आँसू आ गया इन्हे समझ में नहीं आ रहा था कि उनके बच्चे का इतना बड़ा सपना टूट गया था।
उन्होंने जा कर के अपने बच्चे से बात की उसे बहुत समझाया की बेटा अब आपके आने वाली जिंदगी बड़ी मुश्किल होने वाली है। इस लड़के को जब मालूम चला कि अब मै कभी चल फिर नहीं पाउँगा तो ये बहुत रोया इसके लिए इसके सारे सपने टूट गए थे बहुत उदास था।
इसको समझ में नहीं आ रहा था कि क्या होगा । आगे 15 महीने तक ये लड़का हॉस्पिटल में था। आप सोचिये कि जो लड़का 15 महीने हॉस्पिटल में रहेगा तो उसके दिमाग में क्या क्या चलता होगा कितने सारे गलत विचार आएँगे। इस लड़के के साथ भी यही हो रहा था।
फिर भी इसने कभी हार नहीं मानी इसे लग रहा था कि मै एक दिन अपने ज़िदगी में कुछ अच्छा काम करुगा तो इस लड़के ने अपना दिमाग लगाया की क्यों ना मै यही से कुछ करू जो उसको समय इसे हॉस्पिटल में मिला था उसका सही से उपयोग करना शुर किया।
गजल लिखना शुरू किया, कविताएं लिखना शुरू किया, गाना लिखना शुरु किया। इसे लिखने का बहुत शौख था लिखता चला गया। धुन बनता चला गया उन्हें गुनगुनाने लगा।
इसका जो दिमाग था वो क्रिकेट से हट कर के म्यूजिक की तरफ आने लगा इसे लगने लगा कि इसे अब म्यूजिक में कुछ करना है आप सोचिये वो लड़का जो अभी हॉस्पिटल में है वो अब नया सपना देख रहा है आपको यकीन नहीं होगा 4 साल के बाद इसका एक गाना आता है जो की बहुत पॉपुलर हो जाता है।
वो गाना है लाइफ गोज ऑन दी सेम और ये लड़का दिल्ली का बहुत बड़ा पॉपुलर सिंगर बन जाता है इनका नाम है सनी। इनकी सच्ची कहानी मैं आपके साथ शेयर की है।
इनकी अब तक 50 करोड़ से ज्यादा एल्बम बिक चुके है। कई भाषाओँ में गाने गाए हैं और ये हमें बताते है कि अगर लाइफ में एक सपना टूट जाता है , तो सनी से सीखिए नया सपना देखना शुरू कीजिये और उस नए सपने के लिए मेहनत करना शुरू कीजिये।
हम अनेक प्रतिभाओं के साथ जन्म लेते है लेकिन जिस प्रतिभा के साथ हम अपने तन-मन लगा कर करना शुरू करते है उसमे हमें सफलता जरुर मिलता है।
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