मंगलवार, 18 मई 2021

एलोवेरा तथा हल्दी का शानदार कॉम्बिनेशन - Forever AloeTurm

फॉरएवर लिविंग प्रोडक्ट्स द्वारा एलोवेरा तथा हल्दी के साथ एक जबरदस्त उत्पाद Forever AloeTurm का निर्माण किया गया है। आज के इस कोरोना जैसे महामारी में मानव शरीर के रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाये रखने में बेहद असरदार साबित हो सकता है। चुकि इसमें मौजूद एलोवेरा तथा हल्दी के प्राकृतिक गुणों से भरपूर होने के कारण यह मानव शरीर को अद्भुत परिणाम देता है। इसे कंपनी द्वारा अफोर्डेबल दाम पर उपलब्ध कराया है जो कि अधिकतम लोगो द्वारा आसानी से उपयोगी किया जा सकता है।

 



फॉरएवर लिविंग प्रोडक्ट्स द्वारा इसे ग्लोबली पेटेंटेड कराया गया है जिसका निर्माण भारत में ही किया जा रहा है। इसके आयुर्वेदिक औषधीय गुण के कारण यह मानव शरीर के विभिन्न समस्याओं में बेहद ही शानदार तरीको से कार्य करता है।

Forever AloeTurm में मौजूद एलोवेरा तथा हल्दी के बारे में एक-एक कर देखते है -

एलोवेरा

एलोवेरा के पौधे की 300 से अधिक प्रजातियां हैं, लेकिन एलो बारबाडेंसिस सबसे अच्छी तरह से जाना जाता है और इसके उपचार गुणों के लिए स्वास्थ्य और सौंदर्य की दुनिया में बेशकीमती है।

कई सदियों पहले, लोगों को एहसास हुआ कि पौधे के पास देखने में अच्छा होने के अलावा और एलोवेरा के अंदर पाया जाने वाला जेल और जूस एक लोकप्रिय हर्बल उपचार बन गया, जिसका उपयोग त्वचा की समस्याओं से लेकर पाचन समस्याओं तक हर चीज के इलाज में मदद के लिए किया जाता जाता रहा है।

एलोवेरा कम से कम 6,000 वर्षों से अपने उपचार गुणों के लिए जाना जाता है। नेशनल सेंटर फॉर कॉम्प्लिमेंटरी एंड इंटीग्रेटिव हेल्थ (NCCIH) के अनुसार, शुरुआती दिनों में, पौधे को "अमरता का पौधा" होने के लिए जाना जाता था।

मनुष्य लंबे समय से पौधे के उपचार लाभों के बारे में जानते हैं, और वर्षों से एलोवेरा का उपयोग घावों, बालों के झड़ने, बवासीर और पाचन संबंधी समस्याएं के इलाज के लिए किया है - जिसे "जला हुआ पौधा", "रेगिस्तान की लिली" और "हाथी का पित्त" भी कहा जाता है । और जाने...

हल्दी

कई मसालों की तरह, हल्दी (करकुमा लोंगा) का पारंपरिक चिकित्सा में उपयोग का एक लंबा इतिहास है। यह स्वाद से भरा मसाला मुख्य रूप से भारत और दक्षिण पूर्व एशिया के अन्य हिस्सों में फूलों के पौधे के राइज़ोम या जड़ों से उगाया जाता है, और करी को अपने जीवंत पीले रंग के अलावा, हल्दी को शक्तिशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट होने के लिए भी जाना जाता है।

हल्दी का प्राथमिक सक्रिय घटक - और जो मसाले को उसका विशिष्ट पीला रंग देता है - करक्यूमिन है। वास्तव में, आप हल्दी के संभावित स्वास्थ्य लाभों के लिए जिम्मेदार यौगिक के रूप में करक्यूमिन को श्रेय दे सकते हैं। कैलिफ़ोर्निया स्थित एलिजाबेथ एन शॉ, आरडीएन के मालिक सैन डिएगो कहते हैं, "करक्यूमिन एक प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट है जिसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी लाभ होते हैं, साथ ही उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करने और अल्जाइमर रोग और संभावित अवसाद को रोकने से संबंधित लाभ होते हैं। जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती है, हल्दी का सेवन बढ़ाना, साथ ही एक उपयुक्त मेडिकेयर प्लान कवरेज उचित देखभाल में सहायता कर सकता है।

उपरोक्त एलोवेरा तथा हल्दी के संयुक्त गुणों से यह कहना आसान होगा की यह मानव शरीर के सिर के बाल से लेकर पैर के अंगूठे तक लाभदायक होगा। फिर भी इसके विशिष्ट लाभ निम्न है –

  • यह उत्पाद प्राकृतिक एवं सुरक्षित है , जिसे आसानी से उपयोग किया जा सकता है।
  • यह सुगर फ्री है , जिसे सुगर रोगियों द्वारा भी उपयोग किया जा सकता है।
  • फॉरएवर एलोटर्म रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ता है।
  • यह दर्द निवारक के रूप में भी उपयोग किया जा सकता है।
  • इसे सर्दी-खासी में बेहद लाभदायक होता है।
  • इसमें ओरल हाइजीन के लिए भी बेहद असरदार है।


Forever AloeTurm का उपयोग कैसे करे ?

फॉरएवर एलोटर्म को बेहतर परिणाम के लिए निगले नहीं बल्कि इसे धीरे-धीरे चूसें । इसे विभिन्न समस्याओं के अनुसार विभिन्न खुराक की सलाह दी जाती है, जो निम्न है –

इम्युनिटी – 1 से 2 गोली प्रतिदिन

दर्द निवारक – 3 से 4 गोली प्रतिदिन

ओरल हाइजीन – 2 गोली प्रतिदिन

सर्दी-खासी – 3 से 4 गोली प्रतिदिन

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Please do not enter any spam link in the comment box.