मंगलवार, 1 मई 2018

आंतरिक गुण का महत्व

एक आदमी मेले में गुब्बारे बेच कर गुजर-बसर करता था। उसके पास लाल, नीले, पीले, हरे और इसके अलावा कई रंगों के गुब्बारे थे। जब उसकी बिक्री कम होने लगती तो वह हीलियम गैस से भरा एक गुब्बारा हवा में उड़ा देता। बच्चे सब उस उड़ते गुब्बारे को देखते, तो वैसा ही गुब्बारा पाने के लिए आतुर हो उठते। वे उसके पास गुब्बारे खरीदने के लिए पहुँच जाते, और उस आदमी की बिक्री फिर बढ़ने लगती । उस आदमी की बिक्री जब भी घटती, वह उसे बढ़ाने के लिए गुब्बारे उड़ाने का यही तरीका अपनाता। एक दिन गुब्बारे वाले को महसूस हुआ कि कोई उसके जैकेट को खींच रहा है। उसने पलट कर देखा तो वहाँ एक बच्चा खड़ा था। बच्चे ने उससे पूछा, "अगर आप हवा में किसी काले गुब्बारे को छोड़े, तो क्या वह भी उड़ेगा?" बच्चे के इस सवाल ने गुब्बारे वाले के मन को छू लिया। बच्चे की ओर मुड़ कर उसने जवाब दिया, "बेटे गुब्बारा अपने रंग की वजह से नही बल्कि उसके अंदर भरी चीज की वजह से उड़ता है।"

दोस्तों ये कहानी हम सभी के जीवन मे आये दिन होते रहती है। जब हम किसी सफल व्यक्ति को देखते है तो हमे लगता है कि उसकी पर्सनालिटी तथा उसकी रंग की वजह से वैसा है। जबकि उस व्यक्ति के अंदर की जो विचारे है, सोच है, जानकारी है इत्यादि के वजह से ही वह सफल होता है।
यदि हमें सफल होनी है तो हमे भी अपनी सोच व जानकारी को बढ़ाने के लिए प्रयास करता रहना चाहिए। हमारी सोच व जानकारी इस बात पर निर्भर करता है कि "हम किस तरह के किताबे, वीडियो तथा लोगो के संपर्क में रहते है"।

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