बुधवार, 4 अप्रैल 2018

PHASES OF INDUSTRIES


Network Marketing आने वाले समय या कहे तो नये जमाने का Business है. जैसे Amazon, Flipkart etc. कंपनिया का ना ही वो विक्रेता होता है और ना ही क्रेता होता है, Ola या Uber Cab जिसकी ना ही अपनी गाड़ी होती है और न ही अपना सवारी होता है फिर भी ये कंपनिया Top Earning कंपनियों में से एक है. जो केवल sharing के बदौलत income करती है. आपको शायद सुनने में अजीब लगे लेकिन ये हक़ीक़त बहुत जल्द आप लोगों के सामने आने वाली है। ये बात मैं हवा में नहीं कह रहा हूँ। इस बात में 100% सच्चाई है। Network Marketing पूरी दुनिया में बहुत तेज़ी से grow कर रही है। और जब तक दुनिया में लोग रहेंगे तब तक ये business चलता रहेगा। क्यूँकि लोगों से ही यह business चलता हैं।

कोई इस business को फ़साने वाला बिज़नेस कहता है, कोई इसे बेवकूफ बनाने वाला काम कहता है, कुछ इसे फालतू लोगों का काम समझते हैं और कोई इसे time waste मानता है। इसमें मैं किसी को दोष भी नहीं देता। इसका simple सा reason है अभी Network Marketing की proper knowledge लोगों तक नहीं पहुँच पायी है।
पढ़े: नेटवर्क मार्केटिंग / डायरेक्ट सेलिंग  
दुनिया में कुछ काम ऐसे भी होते हैं जो लोगों को आसानी से समझ नहीं आते। for example “आज हमलोग पुरे दिन में ना जाने कितनी बार Facebook पे chatting करते हैं और हम से कोई पैसे भी नहीं लिए जाते, फिर भी कमाई के मामले में Facebook का नाम top 10 websites में आता है।कई लोगों ये बात समझ में नहीं आती होगी कि Facebook कमाई भी करता होगा या अगर किसी को पता भी होगा तो उसका reason ही नहीं पता होगा कि income कैसे और कहाँ से होता है।
चलिए दोस्तों सबसे पहले ये समझना बहुत ज़रूरी है कि कोई भी industry बनती कैसे है और चलती कैसे है। अगर ये चीज़ आपको समझ आ गयी तो आपको ज्यादा कुछ deep में जाने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी। पहले ये जानना बहुत ज़रूरी है कि कोई भी industry बनती कैसे ?????
PHASES OF INDUSTRIES
दुनिया में हरेक industry को 4 phase से गुजरना पड़ता है, और दुनिया के हरेक उद्योग ऐसे ही बने थे और और आगे भी ऐसे ही बनेंगे।
1.     Negative Phase
2.     Positive Phase
3.     Growth Phase
4.     Normal Phase
अब इनके बारे में थोड़ा detail से समझ लेते हैं।
1- Negative Phase
हर industry की शुरुआत negative phase से ही होती है, ये वो दौर होता है जब कोई नया business model market में आता है but लोगों को समझ नहीं आता। और वे इसे नकार देते हैं।और trust करना इतना आसान भी तो नहीं होता। मन में एक question आता है नयी चीज़ है क्या पता चले ना चले। For example “शुरुआत में जब banking शुरू हुयी थी तो लोगों को bank पे बिल्कुल भी ट्रस्ट नहीं था। उनको लगता था bank हमारे पैसे ले के कभी भी भाग सकता है। अपने पैसे को घर में रखना ही safe मानते थे
“Insurance Sector
को लोगों ने आते ही ignore कर दिया था, वजह था trust की कमी। और reason भी जायज़ था। जब तक किसी ने insurance करवा के इसका लाभ ना लिया तब तक कोई यकीन कैसे कर सकता था।
और भी बहुत सारे example हैं like IT industry, Telecom sector, Online Shopping and many more. ऐसे बहुत से example हैं जिन्हे लोगों ने आते ही नाकह दिया था।
2- Positive Phase
ये वो time होता है जब लोगों को इस industry पे trust होना शुरू हो जाता है। अब लोग उस business model को accept करना शुरू कर देते हैं। उनका नज़रिया positive होने लगता हैं। इसका सबसे बड़ा reason होता है result दिखना। जब लोगों के सामने result आने शुरू हो जाता है तो लोगों का trust अपने आप बढ़ने लगता है। और वही लोग इसमें दिलचस्पी दिखाने लगते हैं जो पहले इसे ignore कर रहे थे।
Bank
पे लोगों को तब trust हुआ होगा जब किसी रिश्तेदार, दोस्त या पड़ोसी ने bank में पैसे रखे होंगे और उनको safety के साथ साथ interest भी मिला होगा। Insurance की value तब पता लगी होगी जब किसी दोस्त की दुर्घटना के बाद उसके घरवालों को insurance का पैसा मिला हो।
3- Growth Phase
एक बार किसी industry पे trust होने के बाद तो उस industry की growth बहुत जल्दी और बहुत ज्यादा हो जाती है। अब किसी को industry के बारे में ज्यादा कुछ बताने या समझाने की ज़रूरत नहीं पड़ती। ये वह time होता है जब लोग उस industry में invest या काम करना चाहते है। नतीजा यह होता है business अपनी पूरी speed से grow होना शुरू हो जाता है। Maximum लोग industry के growth phase में आने के बाद काम शुरू करते हैं।
4- Competition Phase
यह एक ऐसा वक़्त होता है जब उस industry में competition बहुत ज्यादा बढ़ जाता है। अब maximum लोग industry की growth देखकर इसमें काम करना शुरू कर देते हैं। ज्यादा लोगों के काम करने से ज्यादा profit के लिए सब एक दूसरे से competition करने लगते हैं।
आज maximum sectors में competition हो रहा है। चाहे Bank हो, Insurance sector हो, Telecom हो या Online Shopping हर जगह competition शुरू हो चुका है।
Industry choose करने का सही time कौन सा है ?
अगर मेरी राय की बात करें तो मैं किसी भी industry में काम करने का सबसे सही टाइम Negative phase को मानता हूँ। क्यूँकि यही वो time होता है जब आपके साथ competition करने वाले ज्यादा लोग नहीं होते और grow करने का scope भी बहुत ज्यादा होता है। जब कोई industry negative zone में हो और सब इसे नकार रहे हो तो एक बार इस sector को deeply समझने की कोशिश ज़रूर कीजिये। इसके आगे growth के chances पे research करके ही कोई भी decision लेना सही होता है।
किसी ने negative phase में किसी industry में entry की और काम करना शुरू किया और एक टाइम बाद जब industry की अच्छी growth हो जाय तो उस person को कितनी बड़ी success मिलेगी। ये समझना ज्यादा मुश्किल नहीं है।
Network Marketing बिज़नेस क्यों ??
Network marketing business अभी negative phase में है। इसके बाद भी इस काम को करने के कुछ reasons हैं
Negative Phase
में होने के बावज़ूद इस business ने कई सारे successful और करोड़पति पैदा कर दिए हैं।
कम या बिना investment के start हो जाता है।
Leadership quality
को improve करता है।
Positive
लोगों का साथ रहके motivational मिलता है।
आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है।
इन्सान के अंदर जीत का ज़ज्बा पैदा कर देता है।
Network Marketing का वर्तमान और भविष्य
Federation of Indian Chambers of Commerce and Industry (FICCI) network marketing को आने वाले दिनों में India में बहुत बड़ी Industry के रूप में स्वीकार कर चुका है। अगर अभी FICCI की report की बात करें तो Network Marketing / Direct Selling industry का size 7000 करोड़ रूपये आँका गया है।
पिछले 5 सालों में 20% growth रेट से India में direct selling business ने growth की है और इस situation को देखते हुए FICCI के अनुसार 2025 तक direct selling 645 अरब रूपये का व्यापर बन जायेगा।
Develop countries like
अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, चीन, जापान, कोरिया, थाईलैंड, वियतनाम और सिंगापुर आदि ने तो इस industry को काफी हद तक अपना लिया है ।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Please do not enter any spam link in the comment box.